जब शहर के कोनों में लोग सुबह की चाय पर अखबार पलट रहे थे, तब अकोला के प्रशासन ने एक ऐसी कार्रवाई की जो अपराधियों के लिए साफ़ संदेश है – अब बख्शा नहीं जाएगा।
अकोला जिले के उरळ गांव का रहने वाला 36 वर्षीय कुख्यात गुंडा अनंता रामकृष्ण कौसकार—अब जिल्हा कारागृह में बंद है। MPDA (Maharashtra Prevention of Dangerous Activities) Act के तहत एक साल के लिए उसे स्थानबद्ध किया गया है।
अनंता पर इतने गंभीर और विविध अपराध हैं कि अगर उनका चार्ट तैयार किया जाए तो एक पूरा पन्ना कम पड़ जाए—लैंगिक छेड़छाड़, घातक हत्यारों से हमला, महिलाओं पर अत्याचार, गुप्त पीछा, अश्लील हरकतें, हद्दपार आदेश का उल्लंघन, और यहां तक कि सरकारी काम में बाधा डालना। पहले भी उस पर कई बार कार्रवाई हुई थी, लेकिन हर बार वो कानून की आंखों में धूल झोंककर फिर से अपराध की राह पर लौट आता।
पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में, और जिल्हाधिकारी अजित कुंभार के आदेश पर उसे 7 जुलाई 2025 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। कार्रवाई में SP ऑफिस, LCB, और उरळ पुलिस स्टेशन की टीम ने दिन-रात मेहनत की।
जैसे ही जिले में चुनावी हलचलें और ताजियों का समय करीब आ रहा है, अकोला पुलिस अब ऐसे सरगनाओं के खिलाफ MPDA जैसे सख्त कानूनों का सहारा लेने के मूड में है।
अकोला में अब गुंडागर्दी नहीं चलेगी पुलिस अधीक्षक चांडक का यह बयान अपने-आप में कड़ा संदेश देता है।