बारशीटाकली के ग्रामीण अस्पताल में इलाज से ज़्यादा मरीज़ों को इंतज़ार मिलता है। एम्बुलेंस की सायरन नहीं, खामोशी गूंजती है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की जगह खाली कुर्सियाँ बैठी हैं—ना बाल रोग विशेषज्ञ हैं, ना अस्थि रोगों का इलाज करने वाला कोई।
22 जुलाई को युथ मूवमेंट महाराष्ट्र और SIO बारशीटाकली के नौजवानों ने इस चुप्पी को तोड़ने की कोशिश की। वो विधायक हरीश पिंपले से मिले, उन्हें ज्ञापन सौंपा और तीन बुनियादी मांगें रखीं: एक ANC एम्बुलेंस, एक बाल रोग विशेषज्ञ, और एक ऑर्थोपेडिक डॉक्टर की नियुक्ति।
ये मांगें कोई विलासिता नहीं, बल्कि ज़रूरत हैं—वो भी ऐसी ज़रूरतें जिनकी अनदेखी का मतलब है लोगों की जान जोखिम में डालना। एक महिला को प्रसव के लिए 40 किलोमीटर दूर ले जाया जाता है क्योंकि पास में ANC एम्बुलेंस नहीं। एक बच्चे को बुखार हो तो बाल रोग विशेषज्ञ दूर-दूर तक नहीं दिखता।
सरकार की योजनाएं स्लाइड शो में अच्छी लगती हैं, लेकिन ज़मीनी हालात इन स्लाइड्स को मुंह चिढ़ाते हैं। युथ मूवमेंट और SIO की ये पहल बारशीटाकली की उम्मीद है — अब देखना ये है कि क्या विधायक साहब इसे वाकई सुनते हैं या सिर्फ ज्ञापन की फाइलें बढ़ती जाएंगी।