अकोला – भाई साहब, ये कोई फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं है… ये हकीकत है पुलिसिया प्रहार की!
15 जुलाई की दोपहर, जब हम-आप गर्मी से परेशान थे, तभी अकोला की ऑपरेशन प्रहार टीम, यानी पुलिस की तेज़तर्रार स्पेशल फोर्स, एक गुप्त सूचना पर एक्टिव हुई। सूचना थी कि एक महिंद्रा मैक्सिमो गाड़ी (MH 29 T 6639) में दो गोवंश (बैल) को कसाईखाने की ओर ले जाया जा रहा है।
पोनि शेख रहीम और उनकी टीम ASI अनिस पठान, प्रशांत इंगळे, योगेश काटकर, संतोष चिंचोळकर, हर्षल श्रीवास, निलेश इंगळे, इमरान शाह, गिरोस तिडके, अमिर शेख, अक्षय कोल्हे, लिलाधर खंडारे ने अकोट फाईल के साबरिया चौक पर घेराबंदी कर गाड़ी को रोका। अंदर का नज़ारा दिल दहलाने वाला था – दो बैल निर्दयता से बंधे हुए थे, मानो सांस भी लेने की इजाज़त नहीं।
आरोपी का नाम है – अब्दुल आरिफ अब्दुल बशीर (43), निवासी बडापुरा, बाभळी दर्यापुर, अमरावती।
उसके पास से जब्त हुआ:
🚚 महिंद्रा मैक्सिमो गाड़ी – ₹2,25,000
🐂 दो गोवंश – ₹80,000
💰 कुल मुद्देमाल – ₹3,05,000
ये कार्रवाई मा. पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक, अप्पर पुलिस अधीक्षक बदेली रेड्डी, और उपविभागीय अधिकारी सतिश कुलकर्णी के मार्गदर्शन में हुई।
और यही है ऑपरेशन प्रहार – जहां सिर्फ जुआ, दारू या तडीपार नहीं, बल्कि गोवंश तस्करी जैसे काले धंधों पर भी पुलिस की सीधी चपेट पड़ी है।
तो अगली बार कोई कहे, पुलिस क्या कर रही है? बस यहीं भेज देना… ऑपरेशन प्रहार लाइव है!