ये कोई जुआघर की तंग गली नहीं, न ही कोई फिल्मी दृश्य है, ये हकीकत है अकोला ज़िले की, जहाँ ऑपरेशन प्रहार के तहत पुलिस ने अवैध जुए पर करारी चोट की है।
तारीख 17 जुलाई 2025… समय की रफ्तार थमी नहीं थी, लेकिन अकोला की स्थानिक अपराध शाखा चौकन्नी थी। ख़ुफ़िया सूचना मिली—नुराबाद शेत शिवार, तेल्हारा में जुए का गोरखधंधा चल रहा है। पत्ते फेंके जा रहे थे, हारजीत का खेल चल रहा था, और कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा था। तभी कार्रवाई हुई।
पुलिस ने छापा मारा और वहाँ मिले 6 नाम—
- सोपान उत्तम ताठोड, उम्र 42, साई नगर तेल्हारा
- दीपक उर्फ गोपाल श्रीराम घाटे, उम्र 38, माळी खेत जामोद, बुलढाणा
- सचिन तेजराव कराळे, उम्र 38, तारपुरा शेगांव
- माधव नारायण फाळके, प्रभुकर कॉलनी, तेल्हारा
- अनंता लक्ष्मण दही, उम्र 43, वरुड वडनेर
- राजेश कृष्णराव वानखडे, उम्र 47, माधव नगर, तेल्हारा
इनके पास से पुलिस ने ज़ब्त किया —
₹1,06,000 नकद
6 मोबाइल्स, क़ीमत ₹1,10,000
एक मोटरसायकल ₹50,000
कुल मुद्देमाल: ₹2,66,000
मामला दर्ज हुआ पुलिस स्टेशन तेल्हारा में।
और ये सब मुमकिन हुआ सिर्फ़ आदेशों और नेतृत्व के चलते
अर्चित चांडक, पुलिस अधीक्षक, अकोला
अपर पोलीस अधीक्षक बी. चंद्रकांत रेड्डी
पोलीस निरीक्षक शंकर शेलके
ज़मीन पर कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया:
API विजय चव्हाण,
HC उमेश पराये,
HC खुशाल नेमाडे,
PC धीरज वानखडे,
PC राज चंदेल — सभी स्थानिक गुन्हे शाखा, अकोला से।
इस देश में जब ताश की बाज़ियाँ ग़रीबी के बीच लालच बोती हैं, तो ज़िम्मेदारी निभाने के लिए कोई तो होना चाहिए। इस बार वो ज़िम्मेदारी पुलिस ने उठाई है।
ये सिर्फ़ छापा नहीं था, ये चेतावनी थी उन हर गलत हाथों के लिए जो ताश के बहाने समाज को जुए की आग में झोंकते हैं…
और इस आग को बुझाने के लिए…
ऑपरेशन प्रहार जारी है।