खबर है एक ऐसे शहर से, जहां घरों के ताले तो टूटते हैं… लेकिन भरोसा अब भी पुलिस पर कायम है।
अकोला की लोकल क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। बात बस चोरी की नहीं है, बात है उस भरोसे की जो एक महिला ने ताले में बंद करके ऑफिस गई थी। लेकिन जब लौटी तो अलमारी से 1 लाख रुपये नकद और 10 ग्राम सोने की सिल्लियां गायब थीं। फरियादी श्रीमती रेखा विजय घोडे, जिनकी उम्र 37 वर्ष है, ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, और यहीं से शुरू होती है लोकल क्राइम ब्रांच की सक्रियता।
पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभय डोंगरे के मार्गदर्शन में कार्रवाई शुरू हुई। इंस्पेक्टर विजय चव्हाण की टीम ने दो आरोपियों—आकाश प्रकाश पवार और उमेश गतरंग पवार—को गिरफ्तार किया। दोनों बुलढाणा जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में इन्होंने न सिर्फ अकोला, बल्कि जूना शहर और तेल्हारा में दिनदहाड़े चोरी की बात कबूली।
पुलिस ने इनसे 15 ग्राम सोना, 20 ग्राम चांदी और अन्य सामान जब्त किया, जिसकी कुल कीमत ₹1,37,000 है।
इस कार्रवाई में पुलिसकर्मियों की एक लंबी फौज थी—एन. शंकर शेलके, गोपाल जाधव, अब्दुल माजिद, किशोर सोनोने, इजाज अहमद, आकाश मानकर, धीरज वानखड़े जैसे जवान शामिल थे। यह सिर्फ सामान की बरामदी नहीं, बल्कि एक भरोसे की वापसी है।
जिनके घर टूटे, उनके हौसले न टूटे — क्योंकि अकोला पुलिस अब भी चौकस है।